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The Evolution of Indian Citizenship: Insights from Part 2 of the Constitution

भारतीय संविधान भाग 2: नागरिकता और सामाजिक न्याय की दिशा भारत का संविधान, दुनिया के सबसे विस्तृत और समावेशी संविधानों में से एक है, जो न केवल राज्य की संरचना और प्रशासन के ढांचे को निर्धारित करता है, बल्कि नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों को भी स्पष्ट रूप से परिभाषित करता है। भारतीय संविधान का भाग 2 भारतीय नागरिकता से संबंधित है, जो एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के मूलभूत ताने-बाने को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नागरिकता की परिभाषा और महत्व संविधान का भाग 2 भारतीय नागरिकता को परिभाषित करता है, यह स्पष्ट करता है कि एक व्यक्ति को भारतीय नागरिकता कब और कैसे प्राप्त होती है, और किन परिस्थितियों में यह समाप्त हो सकती है। नागरिकता, किसी भी देश में व्यक्ति और राज्य के बीच एक संप्रभु संबंध को स्थापित करती है। यह एक व्यक्ति को अपने अधिकारों का दावा करने का अधिकार देती है और साथ ही राज्य के प्रति उसकी जिम्मेदारियों को भी स्पष्ट करती है। भारतीय संविधान में नागरिकता की प्राप्ति के विभिन्न आधार हैं, जैसे जन्म, वंश, और पंजीकरण के माध्यम से। यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी व्यक्ति, जो भारत...

12th Political Science Important Questions for Board Exam

 

 12th Political Science Important Questions for Board Exam 2025

नोट : उपरोक्त लिस्ट में उन चैप्टर्स के भी प्रश्न शामिल हैं जिसे वर्तमान NCERT बुक्स से बाहर कर दिया गया है लेकिन ये चैप्टर्स प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए उपयोगी हैं इसलिए यहां जगह दिया गया है।


12th Political Science Important Questions for Board Exam



अध्याय 1.1: शीत युद्ध का दौर

  1. शीत युद्ध से क्या अभिप्राय है? शीत युद्ध के कोई तीन महत्वपूर्ण कारण लिखिए।
  2. मार्शल एवं ट्रूमैन योजना के क्या उद्देश्य थे?
  3. क्यूबा मिसाइल संकट शीत युद्ध का चरम बिंदु माना जाता है, क्यों?
  4. तनाव शैथिल्य का क्या अर्थ है? क्यूबा मिसाइल संकट के बाद तनाव शैथिल्य के उदय के कारणों को स्पष्ट कीजिए।
  5. द्वि-ध्रुवीय विश्व के उदय के क्या कारण थे?
  6. दोनों शक्ति गुटों के बीच शीत युद्ध संबंधी दायरे कौन-कौन से थे?
  7. द्विध्रुवियता के परिणाम या प्रभाव स्पष्ट कीजिए।
  8. शीत युद्ध के प्रभाव को स्पष्ट कीजिए।
  9. गुटबंदी से क्या अभिप्राय है? महाशक्तियों को छोटे देशों के साथ सैन्य गठबंधन के क्या फायदे थे?
  10. गुटनिरपेक्षता से क्या अभिप्राय है? यह तटस्थता से किस प्रकार अलग है?
  11. गुट-निरपेक्ष आंदोलन के उद्देश्यों को स्पष्ट कीजिए।
  12. जब गुटबंदी का दौर समाप्त हो गया है तो अब गुट-निरपेक्ष आंदोलन की क्या प्रासंगिकता है? अपने तर्क दीजिए।
  13. गुटनिरपेक्ष आंदोलन पूर्ण रूप से सफल नहीं हो सका। कारण समझाइए।
  14. शीत युद्ध काल में भारत ने गुटनिरपेक्षता की नीति का अनुसरण क्यों किया?
  15. शीत युद्ध काल में भारत की विदेश नीति क्या थी? क्या इस नीति से भारत के राष्ट्रीय हितों की अभिवृद्धि हुई?
  16. भारत की गुटनिरपेक्षता की नीति की विशेषताएं लिखिए। क्या इस नीति से भारत के राष्ट्रीय हितों की अभिवृद्धि हुई?
  17. शीत युद्ध के तनाव को कम करने के लिए भारत की भूमिका को स्पष्ट कीजिए।
  18. भारत की विश्व शांति एवं अंतरराष्ट्रीय समस्याओं के समाधान में भूमिका का उल्लेख कीजिए।
  19. नई अंतरराष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था पर एक संक्षिप्त निबंध लिखिए।
  20. शीत युद्ध काल में दोनों ही महाशक्तियों के मध्य एक तरफ हथियारों की दौड़ थी, तो दूसरी तरफ हथियारों को सीमित करने के लिए संधियाँ। ऐसा क्यों?
  21. शीत युद्ध के दौरान की गई विभिन्न शस्त्र नियंत्रण संधियों का उल्लेख कीजिए। क्या इनसे विश्व समुदाय को लाभ हुआ?


अध्याय 1.2: द्विध्रुवीयता का अंत

  1. द्वि-ध्रुवीय विश्व के पतन से आप क्या समझते हैं?
  2. सोवियत प्रणाली की प्रमुख विशेषताएं लिखिए।
  3. सोवियत अर्थव्यवस्था को पूंजीवादी अर्थव्यवस्था से अलग करने वाली किन्हीं तीन विशेषताओं का जिक्र कीजिए।
  4. सोवियत प्रणाली की खामियों को स्पष्ट कीजिए।
  5. किन बातों के कारण गोर्बाचेव सोवियत संघ में सुधार के लिए बाध्य हुए?
  6. सोवियत संघ के विघटन के कारणों का उल्लेख कीजिए।
  7. शॉक थेरेपी क्या थी? क्या साम्यवाद से पूंजीवाद की तरफ संक्रमण का यह बेहतर तरीका था?
  8. भारत-सोवियत रूस के संबंधों को स्पष्ट कीजिए।
  9. व्लादिमीर लेनिन और बोरिस येल्तसिन पर संक्षिप्त लेख लिखिए। (टेस्ट-1 से लिया गया, यहाँ भी शामिल)


अध्याय 1.3: समकालीन विश्व में अमेरिकी वर्चस्व

  1. ऑपरेशन डेजर्ट स्टॉर्म इराक के विरुद्ध क्यों लड़ा गया?
  2. संयुक्त राज्य अमेरिका के संदर्भ में 9/11 से क्या अभिप्राय है?
  3. 1991 में अमेरिकी वर्चस्व के प्रारंभ होने का मुख्य कारण क्या था?
  4. ऑपरेशन डेजर्ट स्टॉर्म का मुख्य उद्देश्य क्या था?
  5. ऑपरेशन इराकी फ्रीडम का उद्देश्य क्या था?
  6. बैंडवैगन रणनीति क्या थी?
  7. ऐसा क्यों कहा जाता है कि पेट्रोलियम का इतिहास युद्ध एवं सर्व संघर्षों का इतिहास है?
  8. वर्चस्व का क्या अर्थ है? विश्व में किस देश का वैश्विक प्रभुत्व है?
  9. संयुक्त राज्य अमेरिका ने 9/11 के हमले का जवाब कैसे दिया?
  10. सांस्कृतिक क्षेत्र में वर्चस्व का क्या अर्थ है?
  11. अमेरिकी अर्थव्यवस्था की किसी एक मुख्य विशेषता को उजागर कीजिए।
  12. एक ध्रुवीय विश्व व्यवस्था से आप क्या समझते हैं?
  13. सोवियत संघ के विघटन से संयुक्त राज्य अमेरिका कैसे लाभान्वित हुआ?
  14. ऑपरेशन एंड्यूरिंग फ्रीडम क्या है?
  15. नाटो अमेरिकी वर्चस्व को कैसे सीमित कर सकता है?
  16. एक ध्रुवीयता तथा द्विध्रुवीयता का क्या अर्थ है?
  17. शक्ति के ऐसे 4 रूपों को लिखिए जो अमेरिकी वर्चस्व को दर्शाते हैं।
  18. 1990 के दशक में विश्व के एक ध्रुवीय होने के क्या कारण थे?
  19. अमेरिकी वर्चस्व की किन्हीं दो मुख्य बाधाओं का वर्णन कीजिए।
  20. अमेरिकी वर्चस्व के ढांचागत शक्ति के रूप की व्याख्या कीजिए।
  21. सांस्कृतिक शक्ति के रूप में अमेरिकी वर्चस्व की व्याख्या कीजिए।
  22. वर्चस्व से निपटने की किन्हीं दो नीतियों की व्याख्या कीजिए।
  23. यह कहना कहाँ तक उचित है कि 1990 के पश्चात भारत की विदेश नीति में अमेरिका के प्रति झुकाव हुआ है? व्याख्या कीजिए।
  24. भारत-अमेरिका संबंधों का परीक्षण कीजिए।
  25. एक ध्रुवीय व्यवस्था से आप क्या समझते हैं? इसके प्रमुख कारणों को लिखें।


अध्याय 1.4: सत्ता के वैकल्पिक केंद्र

  1. यूरोपीय संघ के गठन के कोई तीन कारण लिखिए।
  2. यूरोपीय संघ की कोई चार विशेषताएं लिखिए।
  3. यूरोपीय संघ के प्रमुख उद्देश्य लिखिए।
  4. यूरोपीय संघ की गठन प्रक्रिया को रेखांकित कीजिए।
  5. यूरोपीय संघ के झंडे में दर्शाए गए सोने के रंग के बारह सितारों के घेरे का क्या अर्थ है?
  6. यूरोपीय संघ आर्थिक संगठन से बदलकर अधिक से अधिक राजनीतिक रूप कैसे ले लिया?
  7. यूरोपीय यूनियन का आर्थिक, राजनीतिक, कूटनीतिक एवं सैनिक प्रभाव है। इस कथन की व्याख्या कीजिए।
  8. आसियान क्षेत्रीय मंच की स्थापना कब हुई थी? इसके पीछे क्या उद्देश्य थे? स्पष्ट कीजिए।
  9. एक आर्थिक मंच के रूप में आसियान की भूमिका का आकलन कीजिए।
  10. आसियान-भारत संबंधों पर प्रकाश डालिए।
  11. राजनीतिक एवं आर्थिक एकांतवाद की समाप्ति करने से पहले चीन को किन-किन संकटों का सामना करना पड़ा? संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  12. 1978 के बाद से शुरू हुई चीन की नई आर्थिक नीतियों की व्याख्या कीजिए।
  13. 1970 के दशक में चीन के नेतृत्व द्वारा कौन-से नीतिगत निर्णय लिए गए?
  14. चीन की नई आर्थिक नीति ने किन चार तरीकों से चीन की अर्थव्यवस्था को लाभ पहुँचाया?
  15. तीव्र गति से विकास के लिए चीन द्वारा अपनाई गई किन्हीं चार नई आर्थिक नीतियों का वर्णन कीजिए।
  16. सुधारों को लागू करने के पश्चात चीन तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था बन गया। व्याख्या कीजिए।
  17. चीन की अर्थव्यवस्था में सुधार के बावजूद चीन के लोगों पर पड़े इसके किन्हीं चार दुष्प्रभावों का उल्लेख कीजिए।
  18. चीन की अर्थव्यवस्था में सुधार तो हुआ है, परंतु प्रत्येक चीनी को सुधारों का लाभ क्यों नहीं पहुँचा? कोई चार कारण स्पष्ट कीजिए।
  19. स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से 1962 तक भारत के चीन के साथ संबंधों का वर्णन कीजिए।
  20. भारत-चीन के बदलते संबंधों का परीक्षण कीजिए।
  21. शीत युद्ध के पश्चात भारत-चीन संबंधों में किन्हीं चार महत्वपूर्ण बदलावों का उल्लेख कीजिए।
  22. भारत-चीन संबंधों में विवाद और सहयोग के प्रमुख बिंदुओं का उल्लेख कीजिए।
  23. चीन में 1970 के दशक में हुए प्रमुख नीतिगत परिवर्तन लिखें। (टेस्ट-2 से लिया गया)
  24. आसियान के उद्देश्य बताएँ। (टेस्ट-2 से लिया गया)
  25. एक सुपर नेशनल संगठन के रूप में ई.यू. की भूमिका का मूल्यांकन करें। (टेस्ट-2 से लिया गया)
  26. भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार से वर्णन करें। (टेस्ट-2 से लिया गया)


अध्याय 1.5: समकालीन दक्षिण एशिया

  1. भारत तथा पाकिस्तान के बीच संघर्ष के किन्हीं 3 प्रमुख क्षेत्रों का परीक्षण कीजिए।
  2. भारत और नेपाल के आपसी संबंधों में विवाद और सहयोग के प्रमुख मुद्दों का विवेचन कीजिए।
  3. भारत और बांग्लादेश के बीच पारस्परिक संबंधों में मतभेद और सहयोग के प्रमुख बिंदुओं का विश्लेषण कीजिए।
  4. पाकिस्तान के लोकतंत्रीकरण में कौन-कौन सी कठिनाइयाँ हैं?
  5. नेपाल के लोग अपने देश में लोकतंत्र को बहाल करने में कैसे सफल हुए?
  6. दक्षिण एशिया के कौन से दो देशों में लोकतांत्रिक व्यवस्था सफलतापूर्वक चल रही है?
  7. SAARC और SAFTA का पूरा नाम लिखिए।
  8. श्रीलंका में जातीय संघर्ष के कोई 4 कारण स्पष्ट कीजिए।
  9. पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) में 1971 में पश्चिमी पाकिस्तान के विरुद्ध हुए जन-आंदोलन के किन्हीं दो कारणों को स्पष्ट कीजिए।
  10. पाकिस्तान से अच्छे संबंध बनाने के लिए कोई दो उपाय सुझाइए।
  11. सार्क के किन्हीं तीन मुख्य उद्देश्यों को उजागर कीजिए।


अध्याय 1.6: संयुक्त राष्ट्र संघ

  1. संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्य उद्देश्य क्या हैं?
  2. संयुक्त राष्ट्र संघ के आधारभूत सिद्धांतों का उल्लेख कीजिए।
  3. संयुक्त राष्ट्र संघ के वर्तमान महासचिव कौन हैं?
  4. 1945 में कितने संस्थापक देशों ने संयुक्त राष्ट्र के चार्टर पर हस्ताक्षर किए थे?
  5. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों का नाम लिखिए।
  6. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कार्यों का उल्लेख कीजिए।
  7. विश्व व्यापार संगठन की स्थापना कब हुई थी? यह किस प्रकार कार्य करता है?
  8. विश्व बैंक के कार्यों का उल्लेख कीजिए।
  9. एमनेस्टी इंटरनेशनल से क्या अभिप्राय है? इसके मुख्य कार्यों का उल्लेख कीजिए।
  10. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के कोई 3 कार्य लिखिए।
  11. संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख अंगों के नाम लिखिए तथा किन्हीं दो के कार्यों का वर्णन कीजिए।
  12. ह्यूमन राइट्स वॉच के किन्हीं उद्देश्यों को लिखिए।
  13. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के प्रश्न पर कई देशों को एतराज है, क्यों? स्पष्ट कीजिए।
  14. संयुक्त राष्ट्र के ढांचे को बदलने के लिए सुझाए गए उपायों के क्रियान्वयन में आ रही कठिनाइयों का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए।
  15. बदलते हुए परिवेश में संयुक्त राष्ट्र को अधिक प्रासंगिक बनाने के लिए सदस्य देशों द्वारा 2005 में लिए गए निर्णय के अनुसार उठाए जाने वाले किन्हीं चार कदमों को उजागर कीजिए।
  16. शीत युद्ध के पश्चात आए ऐसे बदलावों का उल्लेख कीजिए जिनके कारण संयुक्त राष्ट्र की कार्यशैली को बेहतर बनाने के लिए सुधार लाना आवश्यक हो गया है।
  17. संयुक्त राष्ट्र में ऐसे बुनियादी सुधारों को समझाइए जिन पर लगभग सभी देश सहमत हैं।
  18. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य के तौर पर नए राष्ट्रों के प्रवेश हेतु प्रस्तावित नए मापदंडों का वर्णन कीजिए।
  19. भारत द्वारा एफ्रो-एशियाई एकता बनाए रखने में निभाई गई भूमिका की व्याख्या कीजिए।
  20. भारत के सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के दावे को मजबूत करने वाले कारकों को स्पष्ट कीजिए।



अध्याय 1.7: पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधन

  1. समकालीन विश्व में पर्यावरणीय चिंताओं से आप क्या समझते हैं?
  2. पर्यावरण संरक्षण को वैश्विक मुद्दा क्यों माना जाता है?
  3. जलवायु परिवर्तन के कारणों और प्रभावों की चर्चा कीजिए।
  4. क्योटो प्रोटोकॉल क्या था? इसके उद्देश्यों को स्पष्ट कीजिए।
  5. भारत में पर्यावरण आंदोलनों की भूमिका का मूल्यांकन कीजिए।
  6. प्राकृतिक संसाधनों के असमान वितरण ने वैश्विक राजनीति को कैसे प्रभावित किया है?
  7. जल संसाधनों को लेकर भारत और उसके पड़ोसी देशों के बीच विवादों का उल्लेख कीजिए।
  8. सतत विकास से आप क्या समझते हैं? इसके सिद्धांतों को लिखिए।
  9. वैश्विक पर्यावरण संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र की भूमिका का विश्लेषण कीजिए।
  10. क्या पर्यावरणीय मुद्दे शीत युद्ध के बाद की सुरक्षा चुनौतियों से जुड़े हैं? तर्क सहित समझाइए।


अध्याय 1.8: सुरक्षा: समकालीन विश्व में

  1. पारंपरिक और गैर-पारंपरिक सुरक्षा से आप क्या समझते हैं? अंतर स्पष्ट कीजिए।
  2. समकालीन विश्व में सुरक्षा की नई चुनौतियाँ क्या हैं?
  3. आतंकवाद को वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरे के रूप में कैसे देखा जाता है?
  4. भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
  5. परमाणु प्रसार को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों का उल्लेख कीजिए।
  6. शीत युद्ध के बाद सुरक्षा की अवधारणा में क्या बदलाव आए हैं?
  7. मानव सुरक्षा से आप क्या समझते हैं? इसके प्रमुख आयामों को स्पष्ट कीजिए।
  8. साइबर सुरक्षा समकालीन विश्व में क्यों महत्वपूर्ण हो गई है?
  9. भारत-पाकिस्तान संबंधों में सुरक्षा चुनौतियों की चर्चा कीजिए।
  10. क्या वैश्वीकरण ने सुरक्षा खतरों को बढ़ाया है? अपने विचार दीजिए।



अध्याय 1.9: वैश्वीकरण

  1. वैश्वीकरण को परिभाषित कीजिए तथा इसके आयामों की चर्चा कीजिए।
  2. भूमंडलीकरण के उदय के कारणों को बताइए।
  3. वैश्वीकरण में प्रौद्योगिकी का क्या योगदान है?
  4. विश्वव्यापी पारस्परिक जुड़ाव क्या है? इसके कौन-कौन से घटक हैं?
  5. वैश्वीकरण की चार विशेषताएं लिखिए।
  6. भूमंडलीकरण के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों का जिक्र कीजिए।
  7. भारत में वैश्वीकरण के चार नकारात्मक प्रभाव बताइए।


अध्याय 2.1: राष्ट्र निर्माण की चुनौतियाँ

  1. द्विराष्ट्र के सिद्धांत से क्या अभिप्राय है?
  2. 1947 में हुए भारत के विभाजन के किन्हीं 3 कारणों की चर्चा कीजिए।
  3. भारत विभाजन के किन्हीं चार परिणामों का विश्लेषण कीजिए।
  4. "भारत का विभाजन सभी के लिए बहुत बुरा साबित हुआ।" आप इस कथन से कहाँ तक सहमत हैं?
  5. शरणार्थी समस्या के प्रभाव को स्पष्ट कीजिए।
  6. भारत विभाजन के समय किन-किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा?
  7. स्वतंत्रता के तुरंत बाद भारत के समक्ष आई किन्हीं तीन चुनौतियों की व्याख्या कीजिए।
  8. हैदराबाद रियासत के भारत में विलय में आई समस्याओं को स्पष्ट कीजिए।
  9. जूनागढ़ रियासत के भारत में विलय के संदर्भ में आई समस्याओं का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
  10. कश्मीर समस्या पर एक आलोचनात्मक टिप्पणी लिखिए।
  11. भारत में राज्यों के पुनर्गठन का विवेचन कीजिए।
  12. राज्य पुनर्गठन आयोग की प्रमुख सिफारिशें लिखिए।
  13. राज्य पुनर्गठन आयोग की भूमिका का वर्णन कीजिए।
  14. 1956 के राज्य पुनर्गठन अधिनियम पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  15. राज्य पुनर्गठन आयोग क्या था? इसकी प्रमुख सिफारिशें क्या थीं? (टेस्ट-2 से लिया गया)
  16. हैदराबाद के भारत में विलय पर एक लेख लिखें। (टेस्ट-2 से लिया गया)
  17. स्वतंत्रता के समय भारत के सामने आई चुनौतियों का उल्लेख करें। (टेस्ट-2 से लिया गया)
  18. भारत के विभाजन में व्यावहारिक चुनौतियाँ क्या थीं? (टेस्ट-2 से लिया गया)


अध्याय 2.2: एक दल के प्रभुत्व का दौर

  1. भारत में एक दल के प्रभुत्व के दौर से आप क्या समझते हैं?
  2. कांग्रेस पार्टी ने स्वतंत्रता के बाद प्रारंभिक दशकों में अपनी प्रभुता कैसे स्थापित की?
  3. कांग्रेस प्रणाली की प्रमुख विशेषताएँ क्या थीं?
  4. 1950 और 1960 के दशक में कांग्रेस के प्रभुत्व के कारणों को स्पष्ट कीजिए।
  5. जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में कांग्रेस की नीतियों का मूल्यांकन कीजिए।
  6. प्रथम तीन आम चुनावों में कांग्रेस की सफलता के कारण क्या थे?
  7. क्या एक दल का प्रभुत्व लोकतंत्र के लिए हानिकारक था? तर्क सहित समझाइए।
  8. विपक्षी दलों की कमजोरी के क्या कारण थे?
  9. प्रथम आम चुनाव के समय चुनाव आयोग के समक्ष चुनौतियाँ क्या थीं? (अर्धवार्षिक परीक्षा से लिया गया)
  10. भारत में बहुदलीय व्यवस्था के फायदे लिखें। (अर्धवार्षिक परीक्षा से लिया गया)
  11. भारत में संविधान कब लागू किया गया? (अर्धवार्षिक परीक्षा से लिया गया, संभवतः इस संदर्भ में प्रासंगिक)


अध्याय 2.3: नियोजित विकास की राजनीति

  1. भारत में नियोजित विकास की अवधारणा से आप क्या समझते हैं?
  2. योजना आयोग की स्थापना के उद्देश्य क्या थे?
  3. भारत में पंचवर्षीय योजनाओं की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
  4. पहली पंचवर्षीय योजना के लक्ष्य और उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।
  5. भारत में मिश्रित अर्थव्यवस्था मॉडल को अपनाने के कारणों को स्पष्ट कीजिए।
  6. हरित क्रांति क्या थी? इसके प्रभावों की चर्चा कीजिए।
  7. नियोजित विकास में निजी क्षेत्र और सार्वजनिक क्षेत्र की भूमिका का मूल्यांकन कीजिए।
  8. नियोजन के दौरान भारत के सामने आई प्रमुख चुनौतियाँ क्या थीं?
  9. क्या भारत का नियोजन मॉडल सोवियत मॉडल से प्रेरित था? व्याख्या कीजिए।


अध्याय 2.4: भारत के विदेश संबंध

  1. स्वतंत्रता के बाद भारत की विदेश नीति की प्रमुख विशेषताएँ क्या थीं?
  2. गुटनिरपेक्षता भारत की विदेश नीति का आधार क्यों बनी?
  3. भारत-पाकिस्तान संबंधों में प्रमुख विवादों का उल्लेख कीजिए।
  4. भारत और चीन के बीच 1962 के युद्ध के कारणों और परिणामों की चर्चा कीजिए।
  5. भारत-अमेरिका संबंधों का स्वतंत्रता के बाद विकास कैसे हुआ?
  6. भारत और सोवियत संघ के बीच संबंधों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि स्पष्ट कीजिए।
  7. भारत की विदेश नीति में पंचशील सिद्धांत की भूमिका क्या थी?
  8. भारत-नेपाल संबंधों में सहयोग और तनाव के प्रमुख क्षेत्रों का वर्णन कीजिए।
  9. भारत की लुक ईस्ट नीति से आप क्या समझते हैं? इसके उद्देश्य लिखिए।
  10. क्या भारत की विदेश नीति राष्ट्रीय हितों को बढ़ाने में सफल रही? तर्क दीजिए।


अध्याय 2.5: कांग्रेस प्रणाली: चुनौतियाँ और पुनर्स्थापना

  1. 1960 के दशक में कांग्रेस प्रणाली के सामने आई चुनौतियों का वर्णन कीजिए।
  2. 1967 के आम चुनावों को "राजनीतिक भूकंप" क्यों कहा गया?
  3. कांग्रेस में सिंडिकेट की भूमिका क्या थी?
  4. इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के पुनरुत्थान के कारणों को स्पष्ट कीजिए।
  5. गरीबी हटाओ नारे की सफलता के पीछे क्या कारण थे?
  6. 1971 के चुनाव में कांग्रेस की जीत के प्रभावों की चर्चा कीजिए।
  7. कांग्रेस के विभाजन (1969) के कारण और परिणाम क्या थे?
  8. कांग्रेस प्रणाली में क्षेत्रीय दलों के उदय का क्या प्रभाव पड़ा?
  9. क्या इंदिरा गांधी का नेतृत्व कांग्रेस को मजबूत करने में सफल रहा? तर्क सहित समझाइए।
  10. नौकरशाही का क्या अर्थ है? (अर्धवार्षिक परीक्षा से लिया गया, संभवतः इस अध्याय से संबंधित)
  11. जय जवान जय किसान का नारा किसने दिया? (अर्धवार्षिक परीक्षा से लिया गया, इस अध्याय से संबंधित)


अध्याय 2.6: लोकतांत्रिक व्यवस्था का संकट

  1. आपातकाल (1975-77) से आप क्या समझते हैं? इसके कारणों को स्पष्ट कीजिए।
  2. आपातकाल के दौरान संवैधानिक अधिकारों पर क्या प्रभाव पड़ा?
  3. जे.पी. आंदोलन की उत्पत्ति और प्रभावों की चर्चा कीजिए।
  4. आपातकाल के बाद 1977 के चुनावों के परिणामों का विश्लेषण कीजिए।
  5. जनता पार्टी सरकार की असफलता के कारण क्या थे?
  6. आपातकाल को लोकतंत्र के लिए संकट क्यों माना जाता है?
  7. क्या आपातकाल ने भारत में लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत किया या कमजोर? तर्क दीजिए।
  8. संविधान के 42वें संशोधन के प्रमुख प्रावधान क्या थे?
  9. आपातकाल के दौरान प्रेस की स्वतंत्रता पर क्या प्रभाव पड़ा?


अध्याय 2.7: क्षेत्रीय आकांक्षाएँ

  1. राज्य पुनर्गठन आयोग क्या था? इसकी प्रमुख सिफारिशें क्या थीं? (टेस्ट-2 से लिया गया)
  2. भारत में राज्यों के पुनर्गठन का विवेचन कीजिए।
  3. राज्य पुनर्गठन आयोग की प्रमुख सिफारिशें लिखिए।
  4. राज्य पुनर्गठन आयोग की भूमिका का वर्णन कीजिए।
  5. 1956 के राज्य पुनर्गठन अधिनियम पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  6. पंजाब संकट के कारणों और परिणामों को स्पष्ट कीजिए।
  7. ऑपरेशन ब्लू स्टार क्या था? इसके प्रभावों की चर्चा कीजिए।
  8. कश्मीर समस्या का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य और वर्तमान स्थिति लिखिए।
  9. क्षेत्रीय आकांक्षाओं ने भारत की एकता को कैसे प्रभावित किया?


अध्याय 2.8: नयी सामाजिक आंदोलनों का उदय

  1. भारत में नए सामाजिक आंदोलनों से आप क्या समझते हैं?
  2. चिपको आंदोलन की उत्पत्ति और प्रभावों का वर्णन कीजिए।
  3. नर्मदा बचाओ आंदोलन के उद्देश्य और परिणाम क्या थे?
  4. किसान आंदोलनों ने भारत की राजनीति को कैसे प्रभावित किया?
  5. दलित और पिछड़े वर्गों के आंदोलनों की प्रमुख माँगें क्या थीं?
  6. महिलाओं के अधिकारों के लिए भारत में हुए प्रमुख आंदोलनों का उल्लेख कीजिए।
  7. क्या नए सामाजिक आंदोलनों ने लोकतंत्र को मजबूत किया? तर्क दीजिए।
  8. पर्यावरण आंदोलनों की सफलता और सीमाओं की चर्चा कीजिए।
  9. सामाजिक आंदोलनों और राजनीतिक दलों के बीच संबंध को स्पष्ट कीजिए।
  10. भारत में मजदूर आंदोलनों की भूमिका का मूल्यांकन कीजिए।


अध्याय 2.9: लोकतांत्रिक पुनर्जनन और गठबंधन की राजनीति

  1. गठबंधन की राजनीति से आप क्या समझते हैं? इसकी विशेषताएँ लिखें।
  2. गठबंधन की राजनीति जब दो या दो से अधिक राजनीतिक दल मिलकर सरकार का गठन करते हैं तो इसे गठबंधन की सरकार कहते हैं। विशेषताएँ लिखें। (अर्धवार्षिक परीक्षा से लिया गया)
  3. गठबंधन सरकार के लाभ लिखें। (अर्धवार्षिक परीक्षा से लिया गया)
  4. 1980 के दशक के बाद गठबंधन राजनीति के उदय के कारणों को स्पष्ट कीजिए।
  5. संयुक्त मोर्चा सरकार की उपलब्धियों और असफलताओं का विश्लेषण कीजिए।
  6. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) के बीच तुलना कीजिए।
  7. गठबंधन सरकारों ने भारत में स्थिरता को कैसे प्रभावित किया?
  8. क्षेत्रीय दलों की गठबंधन राजनीति में भूमिका का मूल्यांकन कीजिए।
  9. क्या गठबंधन राजनीति भारत के लोकतंत्र के लिए वरदान है या अभिशाप? तर्क दीजिए।
  10. लोकतांत्रिक पुनर्जनन से आप क्या समझते हैं? इसके प्रमुख उदाहरण दीजिए।
  11. क्षेत्रीय दलों की भूमिका में वृद्धि के कारण लिखें। (अर्धवार्षिक परीक्षा से लिया गया)


नोट : उपरोक्त लिस्ट में उन चैप्टर्स के भी प्रश्न शामिल हैं जिसे वर्तमान NCERT बुक्स से बाहर कर दिया गया है लेकिन ये चैप्टर्स प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए उपयोगी हैं इसलिए यहां जगह दिया गया है।


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✍️ARVIND SINGH PK REWA

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